मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ में भ्रूण लिंग जांच का गोरखधंधा चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह के सदस्य शातिराना तरीके से लिंग जांच करते थे. फिलहाल, पुलिस ने तीन आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. ये लोग कार में लिंग जांच कर रहे थे. इन्होंने कार में ही पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लगा रखी थी.
गौरतलब है कि हरियाणा में गिर रहे लिंगानुपात में बढ़ोतरी को लेकर वहां का पीएनडीटी विभाग लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहा है, इसी कड़ी में सोनीपत पीएनडीटी टीम ने यूपी के मेरठ में लिंग जांच का गोरखधंधा चलाने वाले एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कि शातिराना तरीके से लिंग जांच करते थे.
मिली जानकारी के अनुसार, सोनीपत पीएनडीटी टीम (स्वास्थ्य विभाग) को काफी लंबे अरसे से गुप्त सूचना मिल रही थी कि सोनीपत का रहने वाला शौकीन उत्तर प्रदेश में आपने साथियों संग मिलकर भ्रूण लिंग जांच का रैकेट चला रहा है. इसके लिए वह पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन का प्रयोग करता है.
इस आधार पर सोनीपत पीएनडीटी टीम ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया और शौकीन के पास एक गर्भवती महिला को भेजा गया. जिसको लेकर शौकीन पहले तो बागपत गया जहां उसे मेडिकल स्टोर चलाने वाला शक्ति सिंह नाम का युवक मिला. फिर दोनों उस महिला को लेकर मेरठ पहुंचे, जहां शाहनवाज और असलम एक कार में वहां पहुंचे और गर्भवती महिला को कार में बैठा कर जॉनी नाम की जगह पर पहुंच गए.
महिला का कार में ही अल्ट्रासाउंड किया गया. इस बीच जैसे ही पीएनडीटी टीम को महिला ने इशारा किया तो टीम ने शौकीन, शाहनवाज और शक्ति सिंह को दबोच लिया. लेकिन असलम मौका पाकर वहां से फरार हो गया. इसके बाद टीम ने मेरठ पुलिस के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी.
जिसपर दोनों विभाग के लोग मौके पर पहुंच गए. फिर सोनीपत पीएनडीटी टीम तीनों आरोपियों को लेकर पुलिस थाना पहुंची. जहां, अब मेरठ पुलिस और स्वास्थ्य विभाग भी इनसे पूछताछ कर रहा है.
सोनीपत पीएनडीटी टीम के अधिकारी सुमित कौशिक ने 'आज तक' को बताया कि पीएनडीटी टीम ने इससे पहले भी दर्जन भर से ज्यादा छापेमारी की है और ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है. ये लोग उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लिंग जांच का गोरखधंधा चलाते है. यूपी सरकार भी इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है. लेकिन फिर भी शातिर किस्म के ये लोग भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं.